9 साल में भारत पर 181% कर्ज बढ़ा: 2023 में भारत सरकार पर ₹155 लाख करोड़ करोड़ कर्ज

देश के 14 प्रधानमंत्रियों ने मिलकर 67 साल में कुल 55 लाख करोड़ रुपए का कर्ज लिया है। पिछले 9 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हिंदुस्तान के कर्ज को तिगुना कर दिया है। उन्होंने मात्र 9 साल में 100 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा कर्ज ले लिया है। 2014 में सरकार पर कुल कर्ज 55 लाख करोड़ रुपए था, जो अब बढ़कर 155 लाख करोड़ हो गया है।

10 जून को यह बात कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कही है। इसके बाद से ही भारत सरकार के कर्ज को लेकर चर्चा तेज हो गई है। हमने बजट 2023, इकोनॉमिक सर्वे और संसद में वित्त मंत्री के जवाब से कांग्रेस के दावों की पड़ताल की है।

2004 में जब मनमोहन सिंह की सरकार बनी तो भारत सरकार पर कुल कर्ज 17 लाख करोड़ रुपए था। 2014 तक तीन गुना से ज्यादा बढ़कर ये 55 लाख करोड़ रुपए हो गया। इस समय भारत सरकार पर कुल कर्ज 155 लाख करोड़ रुपए है।

वर्ष 2004 में, जब मनमोहन सिंह की सरकार बनी थी, तब भारत सरकार पर कुल 17 लाख करोड़ रुपए का कर्ज था। इसके बाद से 2014 तक, यह कर्ज तीन गुना से अधिक बढ़कर 55 लाख करोड़ रुपए हो गया। और वर्तमान में, भारत सरकार पर कुल 155 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है।