CM राइज स्कूल मनगवां के प्राचार्य से 31 लाख रुपए की धोखाधड़ी

रीवा जिले के सीएम राइज स्कूल के प्राचार्य के साथ एक धोखाधड़ी मामला सामने आया है। यहां तक कि पुलिस भी इस मामले की जांच में जुट चुकी है। प्राचार्य को ग्वालियर के एचडीबी बैंक के एक अज्ञात ठग की ओर से फोन आया। ठग ने इसे बैंक द्वारा शून्य इंटरेस्ट रेट पर लोन की पेशकश के तौर पर प्रस्तावित किया था, ठग ने प्राचार्य को वॉट्सऐप पर कुछ दस्तावेज भेजने के लिए कहा। प्राचार्य ने इन दस्तावेजों को देखकर चौंकाने वाले तत्वों को पहचान लिया और आगे की कार्रवाई से इनकार कर दिया। तब ठग ने “एचबीडी-एपीके” नामक एक एप भेजी और प्राचार्य से यह कहा कि वे इसे डाउनलोड करके अपनी जानकारी भर दें। प्राचार्य ने इस फार्म को भर दिया। कुछ दिनों बाद, उन्हें बजाज फाइनेंस और एचडीएफसी बैंक से लोन की राशि मिली, लेकिन प्राचार्य उन घटनाओं के बारे में अनजान थे। फिर कुछ दिनों बाद, उनके पैसे गायब हो गए। जब दोनों लोन की किश्तों से पैसे अकाउंट से कट गए, तो प्राचार्य को सूचित किया गया कि वे एक धोखाधड़ी का शिकार बन गए हैं

बड़ा ताजगी घटनाक्रम सामने आया है, जहां समान थाना प्रभारी निरीक्षक जेपी पटेल ने खुलासा किया है कि मानस नगर शांति नर्सिंग होम के पास रहने वाले कैलाशचंद्र अवधिया के बेटे, स्वर्गीय लक्ष्मीचंद्र अवधिया, 49 वर्षीय हैं। उन्होंने पुलिस स्टेशन में 2 जुलाई को शिकायत दर्ज कराई है। कैलाशचंद्र अवधिया बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, मनगवां के प्राचार्य के पद पर कार्यरत हैं। इसके साथ ही, उनका खाता भारतीय स्टेट बैंक की पीवीवी शाखा में स्थित है, जो रीवा के सतनाम होटल के ऊपर स्थित है।

20 अप्रैल को प्राचार्य ने बताया कि उनके मोबाइल पर एक अज्ञात युवक से फोन आया है। उसने अपना परिचय देते हुए कहा कि वह संजय शुक्ला है और HDB बैंक ब्रांच, ग्वालियर से बात कर रहा है। फिर उसने कुछ दस्तावेज वाट्सएप पर भेजे हैं और कहा कि आप उन्हें पढ़ लें। दस्तावेज में लिखा था कि पॉलिसी अगेंस्ट लोन (PDL) के तहत 20 लाख रुपए उपलब्ध हो सकते हैं और इस लोन पर ब्याज दर 0% होगी। उसने वाट्सएप में 0% रेड पर लोन के बारे में भी लिखा था।

वे आधार कार्ड, पैन कार्ड, नामिनी का आधार कार्ड, 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट, 3 महीने की सैलरी स्लिप, फार्म-16 और अपनी फोटो को उसी वाट्सएप पर भेज दिया। इसके बाद, 28 अप्रैल 2023 को दूसरे नंबर से एक फोन आया। उस व्यक्ति ने खुद को विमल भटनागर नामक व्यक्ति बताया और कहा कि वे फोन के माध्यम से लोन की पुष्टि करेंगे। कुछ दिनों बाद, उन्हें वाट्सएप में HBD-APK नामक एप की लिंक भेजी गई। उसे आरोप के अनुसार, उन्होंने उस ऐप को इंस्टॉल कर लिया।

अनुप्रयोग में, एप के माध्यम से आवश्यक जानकारी दी गई और फॉर्म भर दिया गया। इसके परिणामस्वरूप, 8 मई 2023 को रीवा उरहट में स्थित बजाज फाइनेंस लिमिटेड द्वारा 9 लाख रुपये का व्यक्तिगत लोन मंजूर हो गया। उस समय, 8,67,700 रुपये खाते में जमा किए गए। उसी दिन, एक व्यक्ति जिसका नाम कैलाश धाकड है, नीमच के मनासा में स्थित HDFC बैंक के खाते में रुपए का ट्रांसफर कर दिया गया। इसी प्रकार, 9 मई 2023 को HDFC बैंक द्वारा 15,29,893 रुपये का दूसरा लोन स्वीकृत हो गया और यह राशि SBI खाते में जमा हुई।

पीड़ित प्राचार्य को धोखाधड़ी के बारे में जानकारी तब प्राप्त हुई, जब उनके खाते से पहली किस्त में 22,445 रुपए बजाज फाइनेंस और दूसरी किस्त में 41,146 रुपए HDFC बैंक ने 5 जून और 7 जून को काट लिए। उन्होंने तत्पश्चात तत्काल बैंक में जाकर सूचित किया। तब बैंक के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि उन्होंने दो लोन लिए हैं, हालांकि वास्तव में उन्होंने कोई भी लोन नहीं लिया था। यह दोनों लोन फर्जी तरीके से जारी किए गए थे और उनकी पुष्टि भी नहीं हुई थी।