रेलवे समाचार: रीवा इंटरसिटी ट्रेन का स्लीमनाबाद में फेल हुआ इंजन, यात्रियों की हुई फजीहत

रीवा इंटरसिटी ट्रेन का स्लीमनाबाद में चल रहे यात्रियों को अचानक असुविधा का सामना करना पड़ा, क्योंकि ट्रेन का इंजन फेल हो गया। यह घटना स्लीमनाबाद रेलवे स्टेशन पर आई, जहां यात्रियों को लंबी समय तक इंतजार करना पड़ा। इंजन की त्रुटि के कारण, ट्रेन को रेल मार्ग पर आगे नहीं बढ़ाने की जरूरत पड़ी और इसके परिणामस्वरूप, यात्रियों को अनुकूलन उपलब्ध नहीं हो सका। रेलवे अधिकारियों ने तत्परता से कार्यवाही की है और इंजन को ठीक करने के लिए अद्यतन जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। यात्रियों की फजीहत के लिए उचित कार्यवाही की जा रही है और वे अपनी यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित हैं।

एमपी के जबलपुर रेलवे स्टेशन से रवाना हुई रीवा इंटरसिटी ट्रेन का स्लीमनाबाद में इंजन फेल हो गया। जिससे जहां डाउन ट्रेक पर ट्रेनों का परिचालन प्रभावित रहा तो यात्रियों को भी जमकर फजीहत हुई। इस दौरान इंटरसिटी के पीछे चल रही कई गाड़ियों के पहिए जाम हो गए। जबलपुर से स्लीमनाबाद तक प्रत्येक स्टेशन पर डाउन लाइन पर गाड़ियां फंसी रहीं और यात्री परेशान होते नजर आए। इस दौरान तकरीबन डेढ़ घंटे बाद आवाजाही बहाल हो सकी।

ट्रेन का खत्म हो गया प्रेशर! जानकारी के अनुसार, ट्रेन संख्या 22189 जबलपुर से रीवा जाने वाली इंटरसिटी गाड़ी शाम साढ़े पांच बजे जबलपुर रेलवे स्टेशन से रवाना हुई। जैसे ही यह ट्रेन स्लीमनाबाद स्टेशन पहुंची और आगे बढ़ने का प्रयास किया, उसका प्रेशर ही खत्म हो गया। ट्रेन के पायलट ने काफी देर तक खराबी को सुधारने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। उसके बाद ट्रेन में खराबी की जानकारी सूचना कंट्रोलर को दी गई। इसके पश्चात्, डाउन ट्रेक की सभी गाड़ियों को सुविधा के अनुरूप विभिन्न स्टेशनों पर खड़ा करवाया गया। इस दौरान गर्मी के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

डेढ़ घंटे बाद हुई रवाना! यात्रियों का कहना है कि करीब डेढ़ तक तक उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। प्लेटफॉर्मों पर न तो खान-पान के स्टॉल नजर आए और न ही नलों से पानी निकला। इस गर्मी के मौसम में वे पानी तक के लिए परेशान रहे। आधारताल, देवरी, गोसलपुर सिहोरा और डुंडी स्टेशनों पर यात्री और मालगाड़ियां खड़ी रहीं। तकरीबन डेढ़ घंटे बाद किसी तरह से इंटरसिटी के इंजन में वापस प्रेशर लाया जा सका और यातायात बहाल हो सका। छोटे स्टेशनों पर खड़ी सवारी गाड़ियों के कारण यात्री भूख और प्यास से परेशान नजर आए।