मध्य प्रदेश के बीना में एक दुर्घटनाग्रस्त हादसे में दो महिलाएं की मौत हो गई और 23 लोग घायल हो गए। यह हादसा शनिवार की सुबह 6:30 बजे घटित हुआ। एक लोडिंग वाहन पलट गया जिसमें दो दर्जन महिलाएं सवार थीं। हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार की स्थिति निर्मित हो गई और तत्पश्चात् घायलों को उपचार के लिए तत्परता से अस्पताल पहुंचाया गया। दो महिलाओं ने अस्पताल में अपने जीवन को खो दिया, जबकि वाहन के ड्राइवर सहित 23 लोग घायल हुए हैं।
महिलाएं वाहन में सवार होकर जरुआखेड़ा के जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए जा रही थीं
तेंदूपत्ता तोड़ने जा रही थी महिलाएं लोडिंग वाहन में सवार होकर महिलाएं जरुआखेड़ा के जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए जा रही थीं। जैसे ही वाहन बीना-सागर नेशनल हाइवे पर पहुंचा तीन पहिया वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई। जबकि चालक समेत 23 लोग घायल हुए हैं। हादसा शनिवार सुबह साढ़े 6 बजे सागर जिले के खुरई के नरेन नदी के पास हुआ। हादसे में जिन महिलाओं की मौत हुई उनमें संध्या पति मुकेश अहिरवार 30 वर्ष निवासी खुरई और लाडली बाई पति ग्यारसे अहिरवार 50 वर्ष निवासी रेंगुआ शामिल हैं।
लोडिंग वाहन में क्षमता से अधिक लोग सवार थे
गंभीर महिलाओं को किया गया रेफर तिपहिया लोडिंग वाहन में क्षमता से अधिक लोग सवार थे। जिसकी वजह से वह अनियंत्रित होकर पलट गया। खुरई एसडीएम मनोज कुमार चौरसिया का कहना है कि गंभीर घायल 6 महिलाओं को सागर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। लोगों के कॉल करने पर मौके पर चार एम्बुलेंस पहुंची। जिसमें तीन एम्बुलेंस व एक जननी एक्सप्रेस शामिल हैं। जिनके द्वारा घायलों को खुरई सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां से गंभीर महिलाओं को सागर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है।
ट्रक से बचाने की कोशिश की तो पलट गया वाहन
लोडिंग वाहन के चलते आकाश पिता सुदामा विश्वकर्मा निवासी अब्दुल कलाम वार्ड के मुताबिक उसके वार्ड की कुछ महिलाओं ने जरुआखेड़ा के जंगल ले जाने के लिए कहा था। कुछ और महिलाएं रास्ते में सवार हो गईं। जिससे वाहन में संख्या बढ़ गई। नरेन नदी के समीप सामने से ट्रक आ रहा था जिससे बचाने के चक्कर में वाहन पलट गया। घायलों का कहना है कि वह रोजाना जरुआखेड़ा के जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए जाती हैं। आज सुबह भी वह इसी काम के लिए जा रही थीं और हादसे का शिकार हो गईं।