डेंगू का प्रकोप जारी, रेवा में एक महीने में 3 नए मामले
रेवा: रेवा जिले में डेंगू का प्रकोप जारी है। पिछले महीने में यहां 3 नए मामले सामने आए हैं। सेंट्रल जेल का एक कैदी, रायपुर कर्चुलियान का एक निवासी और पीटीएस चौक के पास रहने वाला एक शख्स डेंगू से संक्रमित हुए हैं। इससे पहले फरवरी से मई महीने तक 12 मामले सामने आए थे। कुल मिलाकर जिले में 15 मामले पुष्टि हुए हैं।
भीषण गर्मी के कारण सामान्यत: डेंगू.मलेरिया का प्रसार कम होता है। परंतु इस साल पहले से ही मरीजों का प्रकोप होने से स्वास्थ्य प्रशासन में सतर्कता हुई है।
स्वास्थ्य प्रशासन का कहना है कि डेंगू का प्रसार अधिकतर शहरी क्षेत्रों में होता है, जहां पानी का जमाव होता है। जिले में 11 मरीजों को शहरी क्षेत्रों से ही मिला है, जिनमें से 2 मरीज सेंट्रल जेल के हैं।
सीएमएचओ (Chief Medical and Health Officer) का कहना है कि हर सप्ताह मरीजों की स्थिति की समीक्षा करते हुए, प्रतिबंधक कार्यों पर ध्यान दिया जा रहा है। सर्वे, फ़ोगिंग, फ़ुहारों से मक्खियों को मारने की दवा (larvicidal spraying) और जनता को सतर्क करने का प्रचार-प्रसार (awareness campaigns) किया जा रहा है।
सीएमएचओ (Chief Medical and Health Officer) ने लोगों से निवेदन किया है कि वे पानी के बर्तनों को साफ रखें, मच्छरदानी और मच्छरमारक का प्रयोग करें, और अगर बुखार, सिरदर्द, चकत्ते और जोड़ों में दर्द जैसे लक्षण हों, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
डेंगू एक वायरल संक्रमण है, जो एडीस मॉस्किटो के काटने से होता है। ये मॉस्किटो कूलर, गमले, टायर और बर्तन जैसे साफ पानी के स्रोतों में पनपते हैं। डेंगू से खून में प्लेटलेट की कमी (hemorrhagic fever) और शॉक सिंड्रोम (shock syndrome) जैसी गंभीर परिस्थितियाँ हो सकती हैं, जो समय रहते इलाज न किए जाएं, तो मौत का कारण भी हो सकती हैं। डेंगू का कोई विशेष इलाज या टीका (vaccine) नहीं है, और बीमारी से बचने का सबसे अच्छा तरीका है, प्रतिबंधक (prevention) कार्य।