छतरपुर, मध्य प्रदेश: दलित दूल्हे को घोड़ी पर सवार देख दबंगों में भड़कता हंगामा, बारात पर हुआ पथराव

मध्यप्रदेश के छतरपुर में एक मामला सामाजिक द्वेष की घटना को दर्शाता है, जहां बारात पर पत्थर बरसाए जाने की घटना सार्वजनिक हुई है। इस मामले में दलित दूल्हे को घोड़ी पर सवार देखकर गांव के कुछ दबंग भड़क उठे और उन्होंने बाराती जनसमूह पर पथराव कर दिया। विवाह समारोह में करीब 40 से 50 लोग शामिल थे और उन पर तेजी से पत्थरों की बौछार हुई। पुलिस ने इस मामले में 50 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, जिसमें 20 आरोपी शामिल हैं।

छतरपुर के बकस्वाहा थाना क्षेत्र के चौरई गांव में घटित घटना में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। इस घटना का समय सोमवार की शाम था, जब दूल्हे की रास पर दबंगों ने पथराव शुरू कर दिया। इसमें लगभग आधा सैकड़ा बाराती शामिल थे और तीन पुलिसकर्मी भी पथराव में घायल हो गए। पुलिस ने इस मामले में 50 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, जिसमें 20 आरोपी शामिल हैं। पुलिस की कार्रवाई घटना के बाद से चल रही है और मंगलवार सुबह तक जारी रही। इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक अमित सांघी और एएसपी सहित दो थानों के टीम मौके पर पहुंच गईं। हालांकि, इसके बावजूद पथराव नहीं रुका। कई प्रयासों के बाद अंत में पुलिस ने स्थिति पर काबू पाया। पुलिस की मौजूदगी में बारात को सागर जिले के शाहगढ़ की ओर रवाना करवाया गया है।

बारात को बकस्वाहा थाना के चौरई गांव से रितेश अहिरवार की बारात की सुरक्षा दी गई है। डीएसपी शशांक जैन के मुताबिक, बारात सागर जिले के शाहगढ़ जा रही थी। रितेश दिल्ली में काम करते हैं। इससे पहले उनके गांव में दूल्हे की रास घुमाई जानी थी, जिसे गांव के एक समुदाय ने विरोध किया। यह विरोध बलवा में बदल गया है। मामले की जानकारी प्राप्त होते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति पर काबू पाया। पुलिस ने बारात को सुरक्षा के अंतर्गत रास फिराने की अनुमति दी है और बाद में शाम को बारात को शाहगढ़ के लिए रवाना होने की इजाजत दी है। बारात को पुलिस द्वारा सुरक्षा प्रदान की गई है। शादी के बाद भी अन्य कार्यक्रमों को पुलिस सुरक्षा में आयोजित किया जाएगा।

चौरई गांव में रास के दौरान बारात में पत्थर बरसाने के मामले में आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने उन आरोपियों के खिलाफ कई धाराओं के तहत मामला पंजीकृत किया है, जिनमें रास्ता रोकने, बलवा का प्रयास, बलवा, पथराव, संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, मारपीट, धमकी देने समेत एससी-एसटी एक्ट की विभिन्न धाराएँ शामिल हैं। पुलिस वर्तमान में आरोपियों की खोज कर रही है। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है, लेकिन सुरक्षा के मामले में अभी तक आरोपियों के नाम उजागर नहीं किए गए हैं।