रीवा जिले में हुई पति-पत्नी के अपहरण की कोशिश को पुलिस ने किया विफल

रीवा जिले से एक पति-पत्नी का अपहरण का प्रयास एक बवाल पैदा कर दिया, जब हमलावर ने सोमवार दोपहर को उनके काले कार में 26 वर्षीय पति धर्मेंद्र तिवारी और उनकी 21 वर्षीय पत्नी अंजली को बलपूर्वक ले जाने का प्रयास किया। घटना के समय जोड़े के पास एक नाबालिग भी था और अपहरणकर्ता उन्हें अपने वाहन में जबरदस्ती से ले गए। रीवा पुलिस से रिपोर्ट प्राप्त करते ही, सतना पुलिस को चेक करने के लिए अलर्ट किया गया। इसी बीच, अमादारा टोल प्लाजा के पास, पुलिस ने एक बिना लाइसेंस प्लेट वाली काली कार को देखा और इसे रोकने की कोशिश की। यात्रियों ने पुलिस को देखते हुए भागने की कोशिश की, लेकिन अंततः उन्हें रोका और गिरफ्तार किया गया। अपहृत जोड़े, जिसमें नाबालिग भी शामिल था, अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचाए गए। घटना से जुड़े 5 लोगों, जिसमें एक नाबालिग भी था, को गिरफ्तार किया गया |

एक दंपती के अपहरण की कोशिश से सतना पुलिस ने रीवा से जानकारी प्राप्त की और नाकाबंदी लगाई। पुलिस ने पति-पत्नी को अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त कराया और 5 अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से बिना नंबर की काली रंग की टाटा कार भी जब्त की गई है।

पूछताछ के दौरान, धर्मेंद्र और अंजली ने पुलिस को बताया कि आरोपी उन्हें पैसों के लेन-देन के मामले में जबरिया अपने साथ सागर ले जा रहे थे। उसके विपरीत, आरोपियों ने पुलिस को धोखा देने की कोशिश की और कहा कि धर्मेंद्र और अंजली उनकी गाड़ी में अपनी मर्जी से बैठे थे। पुलिस ने बताया कि धर्मेंद्र तिवारी सागर में हर्षवर्धन सिंह के साथ वाहनों में यूरिया लोड करने का काम करता है। उस काम से जुड़े एक मामले में उनके पास पैसों के लेनदेन की समस्या थी। पैसे वसूलने के लिए, हर्षवर्धन अपने चार अन्य सहयोगियों के साथ धर्मेंद्र के पास गया था। पैसे न मिलने पर, वे उन्हें साथ लेने की कोशिश कर रहे थे। अमदरा पुलिस स्टेशन के प्रभारी राजेंद्र पाठक ने बताया कि दंपति को मुक्त कर दिया गया है। इसका मतलब है कि पूरा मामला केवल 70 हजार रुपये से संबंधित था। आरोपियों को अगली जांच के लिए रीवा के उसी पुलिस स्टेशन में सौंपा गया है।