एमपी की रीवा पुलिस ने तीन ऐसी लेडी चोरों को गिरफ्तार किया है जिनके द्वारा ऑटो में सवार महिलाओं के पर्स से रुपए और अन्य कीमती सामान चुराए जाते थे। ये महिलाएं ऑटो में बैठकर शहर में घूमती रहती थीं और ऑटो में सवार होने वाली महिलाओं के पर्स से सामान चुराने की घटनाओं को करती थीं। चोरी करने के बाद वे ऑटो से उतर जाती थीं।
एक लाख रुपए कश्मीरी कॉलनी की रिवा में रुकने वाली तीन महिला चोरों द्वारा गत दिवस ऑटो में सवार महिला के पर्स से चुराए गए थे। पुलिस के अनुसार, सुधा चतुर्वेदी और उनके पति राममणि चतुर्वेदी ने 4 मई को चोरहटा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। उन्होंने बताया कि 3 मई की सुबह वह अपने पति के साथ करहिया मंडी के पास स्थित आईडीबीआई बैंक से 1 लाख रुपए निकाले थे। ये राशि उन्होंने अपने बैग में रख ली थी। उसके बाद वे ऑटो में सवार होकर बिछिया अस्पताल के लिए रवाना हुए। जब वे अस्पताल के पर्ची काउंटर पर खड़े होकर अपनी बैग से पैसे निकालने लगे, तो उन्हें देखा गया कि 1 लाख रुपए गायब हो गए हैं।
तीन महिलाओं पर पीड़िता सुधा चतुर्वेदी ने संदेह जताया कि वह ऑटो में सवार होकर रवाना हुईं और दौरान में प्रकाश चौराहा के पास तीन महिलाएं ऑटो में बैठीं, जो धोबिया टंकी के पास उतर गईं। पूछताछ के दौरान, पीड़िता ने ऑटो में बैठी हुई इन महिलाओं पर संदेह जताया। इस आधार पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों की तलाश शुरू की और महिला थाना प्रभारी प्रियंका पाठक ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने विशेष सूत्रों की मदद से महिलाओं की पहचान करने का प्रयास किया। इस दौरान, 2 जून को मुखबिर से तीन संदिग्ध महिलाओं के दिखने की सूचना मिली, जो ऑटो में बैठकर घूम रही थीं और उनकी गतिविधियों में भी संदेह उठा।
महिला सवारियों द्वारा ऑटो में बैठकर तफरी करने वाली इन महिलाओं को पुलिस ने पकड़ा और पूछताछ की। इन महिलाओं ने चोरी की घटनाओं को स्वीकार किया। लेडी चोरों ने पुलिस को बताया कि तीनों एक-दूसरे की परिचित हैं और वे ऑटो को अपना निशाना बनाती हैं। पहले से ही ऑटो में किसी महिला सवार को निशाना बनाती हैं और ऑटो में भीड़ का फायदा उठाकर वे बैग के चेन को खोलकर पर्स से कीमती सामान पार कर देती हैं। चोरी करने के बाद वे ऑटो से उतर जाती हैं। पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया है और तलाशी के दौरान 17,000 रुपए नकदी बरामद किए हैं। इन गिरफ्तारों में गोल्डी बाई, पति आशीष सिंह गोंड (40 वर्ष), काजल, पति राज सिंह (25 वर्ष), और बबिता, पति इंदल (35 वर्ष) शामिल हैं। ये तीनों लोग किराए के मकान में रहते थे।