कृषक ब्याज माफी योजना 2023: मध्य प्रदेश में सागर जिले के केरबना गांव से आरंभ होगी।

मध्य प्रदेश की सरकार द्वारा किसानों के कर्ज के ब्याज माफ करने की ‘कृषक ब्याज माफी योजना 2023’ की शुरुआत की जाने वाली है। इस योजना के तहत, डिफॉल्टर किसानों के लिए 2200 करोड़ से अधिक के ब्याज का माफ किया जाएगा। यह योजना प्रदेश के 11 लाख 19 हजार किसानों को लाभ पहुंचाने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को सागर जिले के केरबना गांव से इस योजना की शुरुआत करेंगे। इस राशि की प्रतिपूर्ति राज्य शासन करेगा।

कृषक ब्याज माफी योजना के अंतर्गत एक गांव में आयोजित कार्यक्रम में आसपास के जिलों के किसान शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में किसानों से योजना के आवेदन भरवाए जाएंगे और आवेदन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद किसानों को सहकारी समिति से बकाया मुक्त (डिफाल्ट मुक्त) होने का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। यह योजना किसानों को उनके कर्ज से निजात दिलाने का उद्देश्य रखती है।

इसके अलावा, किसान योजना के लिए योग्य होने के बाद फिर से शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर आवेदन कर सकेंगे। ऐसे किसानों को जिन्हें पहले से ही समिति से खाद और बीज नहीं मिल रहे थे, उन्हें अब विशेष सुविधाओं के तहत खाद और बीज उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे पहले, ऋण माफी की उम्मीद में कई किसान, डिफाल्टर और सोसायटी से खाद-बीज लेने से वंचित हो गए थे। लेकिन अब राज्य सरकार इस मामले में सहायता कर रही है ताकि ये किसान अपनी फसल की उत्पादन बढ़ा सकें और समृद्धि पा सकें।

इस योजना में ध्यान देने योग्य है कि इसमें संबद्ध प्राथमिक कृषि साख समितियों के किसानों को भी लाभ मिलेगा जो अपने ऋणों का भुगतान समय पर नहीं कर पा रहे हैं और वे डिफॉल्टर हो गए हैं। इन किसानों के ब्याज की राशि भी माफ की जाएगी। इस योजना के तहत एक लाख रुपये से अधिक के ऋणों के लिए भी राज्य सरकार ब्याज का भुगतान करेगी। योजना का मुख्य उद्देश्य है कि समितियों के किसानों को ऋण माफ करने से उन्हें सहायता मिले और वे अपनी खेती को और अधिक सुगम बना सकें।