साक्षी सिंह के परिजनों को पार्थिव शरीर को चीन से लाने में मदद मिली है। भारत सरकार द्वारा उनकी मदद की गई और उनके शरीर को एयरलिफ्ट करके भारत लाया गया। विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा ट्वीट करने के बाद भारतीय दूतावास ने तुरंत तैयारी की और साक्षी के परिजनों की मदद की।
रीवा की साक्षी सिंह चीन में कार्डियक अरेस्ट से मृत हो गईं। साक्षी वहां अपनी पढ़ाई कर रही थी। उनकी बहन तनुश्री भी मेडिकल स्टूडेंट है और वहीं रहती हैं। साक्षी की मृत्यु 5 मई को हुई जिसके बाद से रीवा में उनके परिजन अपनी बेटी को लाने के लिए परेशान हैं। दो दिनों से वे उनके शव को लेकर बेहतर जगह खोज रहे हैं लेकिन अभी तक कुछ संभव नहीं हो पा रहा है।
साक्षी सिंह के परिजनों की इच्छा है कि वे उसका अंतिम संस्कार यहीं करें, लेकिन पार्थिव शरीर को लाने में दिक्कतें आ रही हैं। इस समस्या का समाधान करने के लिए परिजनों ने भारत सरकार से गुहार लगाई है। इस बारे में विदेश मंत्री एस जयशंकर को ट्वीट करके जानकारी दी गई है। अब साक्षी के शव को एयरलिफ्ट कराने की तैयारी की जा रही है और इसके लिए भारतीय दूतावास ने आवश्यक कदम उठाए हैं।
मेडिकल कोर्स कर रहे भारतीय स्टूडेंट साक्षी, 26 साल की थीं और दो महीने पहले चीन गई थीं। चीन में बहुत सारे भारतीय स्टूडेंट हैं जो मेडिकल कोर्स कर रहे हैं। पहले भी रूस के हमले में यूक्रेन पर हजारों भारतीय मेडिकल स्टूडेंट फंस चुके हैं।