सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करने पर दंड मिला, पुलिस मारते हुए थाने ले गई।

सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने से खफा पुलिसकर्मी युवक को घर से थाने तक मारते-मारते ले गए। थाने में भी पुलिसकर्मियों ने उसे जूते और डंडे से मारा। इस मामले को देखते हुए कटनी के पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच कराई। शिकायत की पुष्टि होने पर दो पुलिसकर्मियों को दोषी पाया गया और उन्हें निलंबित कर दिया गया है।

पीड़ित भारत पटेल, उम्र 38 साल, निवासी ग्राम धुरी, ने बताया कि गांव के पूर्व सरपंच गोविंद सोनी और उसके परिवार के सदस्य विजय सोनी, गोलू सोनी और गोविंद सोनी उसके साथ अक्सर विवाद करते हुए मारपीट करते हैं। सोनी परिवार के सदस्यों ने उसके घर पर हमला किया था। मोटरसाइकिल से हादसे के बाद भी मारपीट की गई। जमीन न होने के बावजूद भी उसकी पत्नी के नाम चालीस हजार रुपये का बीज लेने के लिए एक रिकवरी नोटिस सहकारिता समिति ने जारी किया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान स्वीकृत होने के बावजूद भी राशि जारी नहीं हो रही है। पुलिस ने शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं की थी, इसके बाद उसने सीएम हेल्पलाइन पर आधा दर्जन से अधिक शिकायतें कर दी थी।

डायल 100 से 12 मई को दो पुलिसकर्मी उसके घर आए। शिकायत के निराकरण के लिए मोबाइल फोन मांगने लगे। मोबाइल फोन बेटी के पास होना बताया तो उसके साथ पुलिसकर्मी मारपीट करने लगे। डायल 100 वाहन में जबरन बैठाकर ले जाने लगे तो पत्नी और 13 वर्षीय बच्ची गाड़ी के सामने लेट गए। पुलिसकर्मियों ने उन्हें केस दर्ज करने की धमकी देते हुए जबरदस्ती हटाया। पुलिसकर्मी रास्ते भर मारते हुए उसे स्लीमनाबाद थाने ले गए। थाने में भी उसे जबरदस्ती मेज पर उलटा खड़ा किया और डंडे-जूतों से मारपीट की। परिजनों के थाने आने पर उससे कागज पर हस्ताक्षर करवा लिए और फिर उसे छोड़ दिया।

पुलिसकर्मियों के युवक को मारने और उसे बचाने के लिए मां-बेटी के डायल 100 के सामने आने का वीडियो सामने आया, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन ने जांच के निर्देश दिए थे। जांच की जिम्मेदारी एसडीओपी स्लीमनाबाद मोनिका तिवारी को सौंपी गई