होगा राजनीतिक पतन, सनातन धर्म का विरोध किया तो: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जन्माष्टमी के दिन बरखेड़ी में श्री राधा कृष्ण मंदिर में पूजा की और यात्रा बाल गोपाल की प्रतिमा को रथ में प्रतिष्ठित किया। मुख्यमंत्री ने कहा की भगवान से यह मांगते हैं कि फसलें फिर से लहलहा उठें, सबका मंगल, कल्याण हो, और सब स्वस्थ रहें।

इस उत्सव के बाद कहा कि सनातन धर्म का विरोध करने वालों का राजनीतिक अंत जरूर होगा। उनकी यह बात नेता उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी (जो आजकल चर्चा में है, उस टिप्पणी में सनातन धर्म को नष्ट करने की बात की गई थी) उसके लिए जान पड़ती है।

मुख्यमंत्री ने महाभारत के श्लोक यदा यदा ही धर्मस्य को भी उच्चारित किया और साथ में यह भी कहा कि भगवान कृष्ण कन्हैया आते रहे हैं, आते हैं, एवं सदैव आते रहेंगे।

एक पोस्ट में उन्होंने ने लिखा कि “सनातन प्रेम है। सनातन त्योहार है। सनातन परम आनंद है। सनातन सिखाता है, हर प्राणी में एक ही चेतना है, सनातन सत्य है।”