उत्क्रमणिका जबलपुर: स्वाति शर्मा UPSC में 15वीं रैंक प्राप्त, सोमानी की संस्कृति 49वें स्थान पर, भोपाल की भूमि भी चुनी

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने मंगलवार को सिविल सर्विस एग्जाम (UPSC CSE 2022) का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया है। जबलपुर की रहने वाली स्वाति शर्मा ने 15वीं रैंक हासिल की है, इंदौर की अनुष्का शर्मा ने 20वीं रैंक हासिल की है और धार के भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज सोमानी की बेटी संस्कृति सोमानी ने 49वीं रैंक हासिल की है। भोपाल की पल्लवी मिश्रा ने 73वीं रैंक हासिल की है और भूमि श्रीवास्तव ने 304वीं रैंक हासिल की है। शिवपुरी के शिवम यादव ने 263वीं स्थान हासिल किया है।

स्वाति शर्मा, जो 15वीं रैंक हासिल की है, जबलपुर के धनवंतरी नगर में अपने परिवार के साथ रहती हैं। वह मूल रूप से सतना जिले के भटनबारा गांव की हैं, लेकिन बहुत समय से वह जबलपुर में ही रह रही है। उन्होंने अपनी पढ़ाई भी यहीं पूरी की है।

स्वाति शर्मा ने कहा,
“लड़कियों को आगे बढ़ने का मौका देना चाहिए। लॉकडाउन के दौरान बुक स्टोर्स बंद थे और हमें स्टडी मटेरियल की कमी महसूस होती थी। हमने संघर्ष किया और कोविड ने हमें कम रिसोर्सेस में आगे बढ़ना सिखाया। जो लोग यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं, वे हार्डवर्क करते रहें और खुद के लिए एक मोटीवेटिंग फेक्टर को खोजते रहें। मोटिवेटिंग फेक्टर को सोचें और आप हमेशा सफल रहेंगे।”

स्वाति की सफलता पर परिवार में खुशी का माहौल है।
स्वाति की मां, ममता शर्मा ने कहा, “बेटी की इस कामयाबी पर हम सब बहुत खुश हैं, यह भगवान का आशीर्वाद था। हमने बेटी से कहा था कि अगर तुम पढ़ोगी तो हम तुम्हें अपने आप को बेचकर पढ़ाएंगे। बेटी एक बोझ नहीं होती है। अगर लगन और मेहनत हो तो एक दिन निश्चित रूप से सफलता मिलती है।”

धार के बदनावर की संस्कृति सोमानी ने दूसरे प्रयास में सफलता प्राप्त की है।

वह धार के भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज सोमानी की बेटी हैं। उन्होंने 49वीं रैंक हासिल की है। इस महत्वपूर्ण कामयाबी के अवसर पर धार के लोग खूब जश्न मना रहे हैं। आतिशबाजी की धूम और मिठाई की बांट शोभा बढ़ा रही है। इससे पहले बदनावर क्षेत्र में कोई युवा महिला यूपीएससी परीक्षा में सफल नहीं हुई थी। संस्कृति सोमानी अभी दिल्ली में हैं और इस सफलता के बाद उन्होंने माता-पिता, परिवार के सदस्यों और गुरुजनों को इस उपलब्धि के लिए धन्यवाद दिया है।

संस्कृति के पिता मनोज सोमानी ने बताया कि संस्कृति ने दूसरे प्रयास में यह सफलता प्राप्त की है। पहले भी उसने लिखित परीक्षा पास कर ली थी, लेकिन उंगली पर छाती नहीं रखा पाई थी। संस्कृति का लक्ष्य हमेशा स्थिर रहा है। उसका बचपन से ही सपना था कि वह बड़ी होकर आईएएस अधिकारी बनेगी। उसने तत्परता से इसकी तैयारी शुरू की थी। वर्तमान में वह दिल्ली में हैं। जैसे ही उन्हें सिलेक्शन की सूचना मिली, उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा।

भोपाल की पल्लवी मिश्रा ने 73वीं रैंक


भोपाल की पल्लवी मिश्रा ने 73वीं रैंक हासिल की है। वह अरेरा कॉलोनी में रहती हैं और एक लॉ ग्रेजुएट हैं। उनके पिता श्री अजय मिश्रा एडवोकेट हैं और उनके भाई आदित्य मिश्रा डीसीपी इंदौर में कार्यरत हैं।