सावधान: क्या आप कोल्डड्रिंक्स के नाम पे जहर तो नहीं पी रहें हैं

सॉफ्ट ड्रिंक्स सेहत के लिए कितनी घातक हो सकती हैं, ये बात विज्ञान और पर्यावरण केंद्र ने एक रिपोर्ट में पेश की है। इस रिपोर्ट में सॉफ्ट ड्रिंक्स में कीटनाशक का कितना स्तर है, ये बताया गया है। जारी की गई रिपोर्ट में एक सैम्पल में औसन 3 से 5 अलग-अलग कीटनाशकों की मौजूदगी का संकेत दिया गया है। सॉफ्ट ड्रिंक्स में कीटनाशकों का स्तर भारतीय मानक ब्यूरो (Bureau of Indian Standards) के मानदंडों की तुलना में 24 गुना ज्यादा है।

कीटनाशक का स्तर इतना घातक है कि हाल ही में सीएसई (Center for Science and Environment) द्वारा एक अध्ययन किया गया, जिसमें 12 राज्यों से कोका कोला के 25 अलग-अलग मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट्स के 57 सैंपल्स पर 11 अलग सॉफ्ट ड्रिंक्स का अध्ययन किया गया। इस अध्ययन में हमारे सामने एक हैरान करने वाला तथ्य सामने आया है। उदाहरण के लिए, कोलकाता में खरीदी गई कोका कोला में कीटनाशक का स्तर भारतीय मानक ब्यूरो के मुकाबले 140 गुना अधिक पाया गया है।

सॉफ्ट ड्रिंक्स पर यह अध्ययन तीन साल बाद किया गया है।
तीन साल बाद के इस अध्ययन में पता चला है कि आज भी सॉफ्ट ड्रिंक्स कितनी घातक होती हैं और वे सेहत के लिए अनहेल्दी होती हैं। सीएसई (Center for Science and Environment) की सुनीता नारायण ने बताया है कि संयुक्त संसदीय समिति ने जारी की गई निर्देशों का उल्लंघन किया जा रहा है, जिसमें सुरक्षा मानकों को अंतिम रूप दिया गया था, लेकिन कंपनियों ने विपक्ष के कारण इन निर्देशों को अवहेलना किया है।

पहले से ज्यादा हो गया है कीटनाशकों का स्तर।
2003 में किए गए अध्ययन में पता चला था कि सॉफ्ट ड्रिंक्स में कीटनाशकों का स्तर भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) के मानदंडों के अनुसार 34 गुना ज्यादा था। लेकिन इस बार यह स्तर 52 फीसदी ज्यादा पाया गया है। अध्ययन के दौरान जिन सैम्पल्स पर अध्ययन किया गया था, उनमें यह पाया गया कि कीटनाशक अवशेषों की औसत मात्रा 11.85 भाग प्रति अरब (पीपीबी) या नरम पेय (0.5 पीपीबी) में कुल कीटनाशकों के लिए BIS मानकों की तुलना में 24 गुना अधिक थी। पेप्सी कोला में औसतन 30 गुना अधिक अवशेष थे, जबकि कोका-कोला के मुकाबले यह संख्या 27 गुना अधिक थी।

सुनीता नारायण के मुताबिक, “वर्तमान अध्ययन सीएसई की एक ही प्रदूषण निगरानी प्रयोगशाला द्वारा आयोजित किया गया था, जिसने 2003 में नमूनों का परीक्षण किया था, और परीक्षणों की सच्चाई पर कोला कंपनियों द्वारा उठाए गए संदेह के बावजूद जेपीसी द्वारा इस पद्धति का समर्थन किया गया था। इस बार और सुधार किए गए हैं, और अब प्रयोगशाला में आईएसओ 9001: 2000 गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली की मान्यता है और यह अत्याधुनिक जीएस-एमएस उपकरण से सुसज्जित था।”

IMA द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक इन सॉफ्ट ड्रिंक्स में कीटनाशक स्तर निम्नानुसार हैं:

  • थम्स अप: 7.2%
  • कोक: 9.4%
  • 7 अप: 12.5%
  • Mirinda: 20.7%
  • पेप्सी: 10.9%
  • फैंटा: 29.1%
  • स्प्राइट: 5.3%
  • फ्रूटी: 24.5%