मातृत्व छुट्टी: नौ महीने का मातृत्व अवकाश देने के पक्ष में नीति आयोग के सदस्य, विचारों की मांग

नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने सोमवार को एक बयान दिया है, जहां उन्होंने कहा कि महिला श्रमिकों के लिए मातृत्व अवकाश की अवधि को छह महीने से बढ़ाकर नौ महीने करने पर विचार किया जाना चाहिए, चाहे वह निजी क्षेत्र में हो या सार्वजनिक क्षेत्र में। वे इस मुद्दे को महत्वपूर्ण मानते हैं और सरकार से इस पर विचार करने की अपील करते हैं। यह नया प्रावधान वर्ष 2016 में संसद द्वारा पारित किए गए मातृत्व लाभ (संशोधन) विधेयक में किया गया था, जिसमें मातृत्व अवकाश की अवधि को 26 सप्ताह कर दिया गया था। पहले केवल 12 सप्ताह की मातृत्व अवकाश प्राप्त होती थी।

फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन (एफएलओ) ने पॉल के हवाले से एक बयान में कहा, ”निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों को माताओं के मातृत्व अवकाश को मौजूदा छह महीने से बढ़ाकर नौ महीने करने के बारे में सोचने के लिए एक साथ बैठने की जरूरत है।” बयान के अनुसार, पॉल ने कहा कि निजी क्षेत्र को बेहतर परवरिश के साथ-साथ बुजुर्गों की देखभाल के लिए आवश्यक कदम संबंधी डिजाइन बनाने में नीति आयोग की मदद करनी चाहिए।

फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन (एफएलओ) की अध्यक्ष सुधा शिवकुमार ने कहा कि ग्लोबल केयर इकोनॉमी में बच्चों की देखभाल, बुजुर्गों की देखभाल और घरेलू काम जैसे कार्य शामिल होते हैं और ये भुगतान और अवैतनिक श्रम की दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं। ये आर्थिक विकास, लिंग समानता और महिला सशक्तिकरण के मामले में अहम हैं।