विपक्षी दलों की एकजुटता: भाजपा के विरुद्ध लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए युद्ध प्लान बनाया गया

पटना में भाजपा के खिलाफ देश की प्रमुख विपक्षी पार्टियों ने शुक्रवार को 2024 के लोकसभा चुनाव में एकजुट होकर बीजेपी को चुनौती देने का संकल्प लिया। इसके लिए विपक्षी पार्टियाँ भाजपा के खिलाफ साझा उम्मीदवार उत्पन्न करेंगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर पहली बार जुटे 15 दलों के नेताओं ने यह निर्णय लिया है कि अब हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में 10 से 12 जुलाई के बीच एक बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की मेजबानी में एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर करीब साढ़े तीन घंटे तक यह बैठक चली। इस बैठक में 15 पार्टियों के करीब शीर्ष 30 नेताओं ने भाग लिया और अपनी-अपनी बातें रखीं। बैठक के बाद सभी पार्टियों ने साझा प्रेस कांफ्रेंस भी की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, कांग्रेस के राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, एनसीपी के शरद पवार, शिवसेना के उद्धव ठाकरे, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, भाकपा के डी राजा, माकपा के सीताराम येचुरी, भाकपा माले के दीपंकर भट्टाचार्य और जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्लाह ने भी अपने विचार रखे। हालांकि, इस संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नहीं पहुंचे।

विपक्षी दलों की बैठक के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि यह मुलाकात काफी अच्छी रही। सभी दलों के समझौते के मुताबिक तय हुआ कि कौन सा दल किस इलाके पर कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा। उन्होंने कहा कि सभी दलों की मतभेद यह निर्णय लेने में सहमति प्राप्त हुई है कि वर्तमान में सत्ता में है वह दल देशहित में काम नहीं कर रहा है। हम इतिहास को परिवर्तित करने की तैयारी में हैं और आजादी की लड़ाई को भी भुला देने की कोशिश की जा रही है। नीतीश कुमार ने कहा कि सभी नेताओं ने यह तय किया है कि जब भी कोई चुनौती आएगी, हम सभी मिलकर उसका मुकाबला करेंगे। उन्होंने बताया कि कुछ ही दिनों में एक और बैठक होगी, जिसमें आगे की योजना तय की जाएगी। सभी नेताओं ने इस बैठक के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया।

प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यह कहा कि हर राज्य की अलग-अलग तस्वीर है और हम सभी मिलकर इस पर एकमत होकर फैसला करेंगे। उन्होंने जताया कि हमारा लक्ष्य 2024 में भाजपा को सत्ता से हटाना है और हम इसमें सफल होंगे। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा और आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) हिंदुस्तान की नींव पर आक्रमण कर रहे हैं और हम सभी दल मिलकर इसका मुकाबला करेंगे। यह एक विचारधारा की लड़ाई है, और हम सभी एक साथ इसके लिए खड़े हैं।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जदयू के अध्यक्ष ललन सिंह और राष्ट्रीय महासचिव संजय झा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और वरिष्ठ नेता टीआर बालू, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान तथा आप के सांसद संजय सिंह, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी, एनसीपी के प्रमुख शरद पवार, सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह और महबूबा मुफ्ती, शिवसेना के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, शिवसेना के संजय राउत और आदित्य ठाकरे, भाकपा माले के दीपंकर भट्टाचार्य, सीपीआइ के डी राजा और सीपीएम के सीताराम येचुरी शामिल हुए।