लोगों को नहीं मिला 2 महीने से राशन, उचित मूल्य की दुकान का घेराव

दादर क्षेत्र जो मऊगंज जिले के अंतर्गत आता है, ग्रामीणों ने वहां के उचित मूल्य दूकान पर घेरा लगाया, लोगों ने बताया कि दो महीने से उन्हें राशन नहीं मिला है, उनके फिंगरप्रिंट मशीन में लगा लिए गए थे पर राशन नहीं मिला।

सरकार द्वारा चलाया जा रहा यह राशन बाटने के कार्यक्रम कई गरीबों के लिए खाना मिलने का माध्यम होता है, सरकार द्वारा यह कार्यक्रम दशकों से चला आ रहा है, सरकार समय-समय पर इनमें जरूरी बदलाव भी करती रहती है जिससे लोगों को समय पर खाद्यान मिल सके।

कुछ साल पहले ही सरकार ने इसमें फिंगरप्रिंट सिस्टम को जोड़ा था ताकि लोगों को सही समय पर और सही लोगों को ही खाद्यान मिल सके जिसके नाम से खाद्यान आया होता है उसी को मिल सके, क्योंकि यह स्कीम आधार कार्ड से जुडी होती है उस वजह से उन्ही लोगों के फिंगर प्रिंट का उपयोग करके ही उन लोगों को खाद्यान वितरित किया जाता है।

अभी जो मामला दादर क्षेत्र में चल रहा है उसमे फिंगरप्रिंट तो लगवा लिया गया है पर खाद्यान वितरित नहीं किया गया है, सरकारी खाद्यान वितरण रिकार्ड्स (दस्तावेज) जो व्यक्ति या उसके परिवार के किसी भी सदस्य का फिंगरप्रिंट लगने से यह रिकॉर्ड कर लेता है कि उस व्यक्ति ने ये अधिकार दिया है कि यह फीड (दर्शाया) जा रहा है कि उस खाद्यान वितरित कर दिया गया है। अगर इसके बाद भी खाद्यान वितरित नहीं हुआ तो इसका मतलब है सरकार द्वारा बनाये गए सिस्टम का पालन नहीं किया गया है।