ऑस्ट्रेलिया में प्रधानमंत्री मोदी: गणपति बप्पा मोरया, भारत माता की जय के नरो से गुंजा सिडनी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन सत्र में सिडनी के कुडोस बैंक एरेना पहुंचकर भारतीय मूल के 20 हजार से अधिक लोगों को संबोधित किया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के प्रति भारत का प्रेम और दोनों देशों के बीच मजबूत रिश्ते की बात कही। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने उन्हें दोस्त कहा और स्वागत किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया दौरे में उद्योगपतियों से मुलाकात की। वे विभिन्न कंपनियों के CEOs जैसे पॉल श्रोडर, डॉ. एंड्रयू फॉरेस्ट और जीना रिनेहार्ट से मिले। PM मोदी ने ऑस्ट्रेलियाई निवेशकों को भारत में आमंत्रित किया। उन्होंने भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों को विस्तार करने की इच्छा व्यक्त की, विशेष रूप से डिफेंस और सुरक्षा के क्षेत्र में।

PM मोदी ने इंटरव्यू में कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के रिश्ते बेहद मजबूत हैं और इससे दोनों देशों को डिफेंस और सिक्योरिटी के क्षेत्र में बेहतर साझेदारी के लिए प्रेरित होता है। दोनों देश अच्छे दोस्त हैं और मुद्दों पर खुलकर बातचीत करते हैं। ऑस्ट्रेलिया भारत के पक्ष को समझता है और यही दोनों देशों के बीच संबंधों की मजबूती का आधार है।

PM मोदी ने AUKUS सबमरीन डील पर कोई टिप्पणी नहीं की और कहा कि यह एक अमेरिकी निर्णय है। उन्होंने हमें इस डील के पीछे की जानकारी दी है और उसके मकसद को समझाया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय समय के अनुसार 22 मई को सिडनी पहुंचे, जहां उन्होंने एयरपोर्ट के बाहर भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात की। 24 मई को वे ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंटनी एल्बनीज से मुलाकात करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों पर वार्ता करेंगे। मोदी यहां ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर जनरल डेविड जॉन हर्ले से भी मिलेंगे। 25 मई को सुबह वे दिल्ली में वापस आ जाएंगे। यह ऑस्ट्रेलिया जाने वाले दूसरे भारतीय प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने राजीव गांधी के बाद यह दौरा किया है।

प्रधानमंत्री मोदी के दूसरे ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले, उन्होंने 2014 में सिडनी जाकर भी मुलाकात की थी। मोदी के शुरुआती शेड्यूल के अनुसार, उन्हें ऑस्ट्रेलिया में QUAD (क्वाड) की बैठक के लिए जाना था। हालांकि, अमेरिका में चल रही कर्ज की समस्या के कारण यह बैठक G7 समिट के दौरान जापान में ही हो गई। इसके बावजूद, प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रेलिया के दौरे को रद्द नहीं किया और इस यात्रा को निरंतर जारी रखने का निर्णय लिया।