रीवा-शाहदोल संभाग के कर्मचारियों को पास नहीं करने के बावजूद 10 सालों से प्रमोशन का लाभ

विभागीय पात्रता परीक्षा पास किए बिना ही रीवा और शहडोल संभाग के 31 कर्मचारी 10 वर्षो से प्रमोशन का लाभ उठा रहे हैं। हालांकि, इन अपात्र कर्मचारियों का प्रमोशन दुरुस्त करने के लिए 10 वर्ष पूर्व ही उनके मूल पद पर लौटने का आदेश जारी हो चुका है, लेकिन इस आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है।

वर्ष 2012 का मामला है, जब रीवा और शहडोल संभाग के 31 कर्मचारियों को पदोन्नति दी गई थी। सहायक ग्रेड.2, संगणक, स्टीवर्ड, कैशियर से लेखापाल के पदों पर पदोन्नत किया गया था। विभाग ने कर्मचारियों को दिए गए आदेश में स्पष्ट किया था कि पदोन्नति मिलने के दो वर्ष के भीतर उन्हें लेखा प्रशिक्षण परीक्षा उत्तीर्ण करना होगा। इसका सर्टिफिकेट देने पर ही आगे लाभ मिलेगा अन्यथा रिवर्ट कर दिया जाएगा। संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही थी कि वह परीक्षा उत्तीर्ण नहीं करने वाले कर्मचारियों को उनके मूल पद पर भेजेंगे लेकिन ऐसा नहीं किया गया। जिसके चलते करीब 11 वर्षों से पदोन्नति का लाभ संबंधित कर्मचारी उठा रहे हैं। निर्धारित अवधि में किसी भी कर्मचारी ने परीक्षा उत्तीर्ण होने का सर्टिफिकेट विभाग को नहीं दिया था। शर्त में कहा गया था कि दो वर्ष के भीतर ही यह पात्रता हासिल करना होगा।

कुछ वर्ष पहले स्वास्थ्य संचालनालय ने एक मामले में संयुक्त संचालक कार्यालय को पत्र लिखकर पूरे मामले में जानकारी मांगी थी। तत्कालीन अधिकारियों ने निर्धारित अवधि में कोई जवाब नहीं दिया था, जिसके बाद विभाग ने भी रिमाइंडर नहीं भेजा था। इस कारण अब तक मामला ठंडे बस्ते में चला गया है और कर्मचारियों को लाभ मिल रहा है। शहडोल संभाग के एक कर्मचारी को नोटिस दिया गया था कि पात्रता नहीं होने के कारण रिवर्ट किया जाएगा।

स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक डॉक्टर एमएल गुप्ता का कहना है कि यह मामला काफी पुराना है। पूर्व में कुछ कर्मचारियों को रिवर्ट करने की प्रक्रिया शुरू हुई थी, जिस पर वे कोर्ट चले गए थे। इस कारण पूरी प्रक्रिया रुकी हुई है। हम कोर्ट के आदेश का अध्ययन करेंगे और उसके अनुसार आगे की कार्रवाई करेंगे।

2012 में जिन कर्मचारियों को पदोन्नति दी गई थी, उनमें प्रमुख रूप से विवेक सिंह सिंगरौली, यूबी पटेल सीधी, आरएन शुक्ला सिहावल, एसएन पाठक शहडोल, संतोष तिवारी रीवा, मनमोहनलाल वर्मा रामपुर बघेलान, एसके त्रिपाठी सतना, अशोक गुप्ता सिंगरौली, एसएल शुक्ला रीवा, टीपी तिवारी रीवा, अवधेश त्रिपाठी सतना, आरपी विश्वकर्मा रीवा, एनके द्विवेदी रीवा, कैलाश गुप्ता सतना, सलमा खान शहडोल, राजश्री श्रीवास्तव सतना, आरके अग्निहोत्री शहडोल, डीपी वर्मा अनूपपुर, सीताराम मिश्रा रीवा, एसपी वर्मा शहडोल, शारदा त्रिपाठी रीवा, विनोदिनी श्रीवास्तव सिंगरौली, गंगा शरण तिवारी उमरिया, सतीश मिश्रा सीधी, लालमणि कहार सेमरिया, राकेश श्रीवास्तव पाली उमरिया शामिल थे। इसमें दर्जनभर संख्या में कर्मचारी अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं। अन्य अभी भी पदोन्नति वाले पदों पर सेवाएं दे रहे हैं।