शिक्षावर्ष के प्रारंभ से पहले रीवा में स्कूल बसों की गहन जांच
अब सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन होगा। छात्रों की सुरक्षा के साथ कोई भी खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। हादसे के बाद सुरक्षा मानकों का मूल्यांकन करना ठीक है। लेकिन यही मूल्यांकन अगर समय रहते किया जाए तो कई हादसों को रोका जा सकता है। यह बातें कलेक्टर रीवा द्वारा जिला सड़क सुरक्षा समिति की कार्यशाला में कही गईं। इस अवसर पर मुख्य रूप से आरटीओ मनीष त्रिपाठी स्वयं मौजूद रहे। नए शैक्षणिक सत्र के शुरू होने से पहले ही जिले में संचालित निजी स्कूल की बसों की सघन जांच की गई और स्कूल बस चालकों को कई जानकारी दी गई।
जिला सड़क सुरक्षा समिति द्वारा लिए गए निर्णय
84 बसों का परीक्षण किया गया जिला सड़क सुरक्षा समिति द्वारा लिए गए निर्णय के पालन में आज मार्तंड स्कूल परिसर में रीवा जिले की 84 स्कूल बसों का परीक्षण किया गया। इसके लिए पूर्व में ही स्कूल संचालकों को सूचित किया गया था
स्कूल बसों मे सुरक्षा मानकों का पालन हर हाल में किया जाना चाहिए
इन बिंदुओं पर हुई जांच स्कूल बसों मे सुरक्षा मानकों का पालन हर हाल में किया जाना चाहिए। इसके लिए प्रशासन और विद्यालय प्रशासन की जवाबदेही बनती है। आरटीओ मनीष त्रिपाठी के साथ ही डीएसपी ट्रैफिक मनोज शर्मा अपनी टीम के साथ बसों का मूल्यांकन किया। मूल्यांकन के दौरान देखा गया कि बस का रंग पीला हो, बस में जीपीएस एवं कैमरा लगे हो, बस में फर्स्ट एड बॉक्स हो, इमरजेंसी एग्जिट हो, दरवाजे सही हो, अग्निशमन यंत्र, आदि सुरक्षा संबंधी विषयों की जांच एवं परीक्षण परिवहन विभाग की टीम के द्वारा किया गया।
7 बसों में पाई गई कमी स्कूल वाहन के परीक्षण के दौरान 7 बस ऐसी पाई गई जिनमें स्कूल बस नहीं लिखा था। स्कूल का मोबाइल नंबर नहीं लिखा था। वही बताया गया कि तीन बसों में कैमरा नहीं लगे थे। दो बसों में स्पीड गवर्नर का कनेक्शन सही नहीं था। एक बस में वीएलटीडी उपकरण नहीं था तथा एक बस में अग्निशमन यंत्र नहीं था।
बच्चों की सुरक्षा के साथ कोई खिलवाड़ नहीं किया जाएगा
मौके पर करवाया गया ठीक जैसा कि पहले ही कहा जा चुका है बच्चों की सुरक्षा के साथ कोई खिलवाड़ नहीं किया जाएगा। इस उद्देश्य को पूरा करते हुए मौजूद आरटीओ और ट्रैफिक दल ने इन बसों को मार्तंड स्कूल परिसर पर ही ठीक कराया गया। कैमरा लगवाए गए तथा पेंटर को बुलाकर स्कूल का नाम एवं मोबाइल नंबर पेंट करवाया गया। जिन बसो में स्पीड गवर्नर की फिटिंग सही थी उन्हें ठीक करवाया गया। तीन बसो के अग्निशमन सिलेंडर को चलवाकर भी उनकी जाँच की गई,साथ ही एक अग्निशमन यंत्र भी बस में रखवाया गया। सबसे बड़ी बात यह है कि स्कूल बस ठीक होने पर ही मार्तंड स्कूल परिसर से जाने दिया गया।
परीक्षण में शामिल अधिकारी वन वाई वन बसो को परीक्षण किया
परीक्षण में शामिल रहे यह अधिकारी वन वाई वन बसो को परीक्षण किया गया । इस अवसर पर आरटीओ मनीष त्रिपाठी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी के साथ में डीएसपी ट्रैफिक मनोज शर्मा ,परिवहन सुरक्षा स्क्वाड प्रभारी अजय मार्को, अन्नू खरे , प्रधान आरक्षक उपेन्द्र सिंह, रमेश सिंह आरक्षक संदीप सिंह, नरेंद्र सिंह , सुखीनंद कोल , निर्दोष सिंह, अनिल मिश्रा, मिर्जा हारून आदि ने वाहनो की जांच की।
प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन मार्तंड स्कूल के हॉल में व्यवसायिक वाहन के चालकों के लिए काउंसलिंग का कार्यक्रम भी रखा गया एवं वाहन चालकों के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें ड्राइवर को सड़क सुरक्षा के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए। 100 से अधिक व्यवसायिक वाहन के चालक इस प्रशिक्षण कार्यशाला से लाभान्वित हुए। प्रशिक्षण कार्यशाला का संचालन आरटीओ मनीष त्रिपाठी के द्वारा किया गया। जिसमें सड़क सुरक्षा संबंधी विभिन्न विषयों पर उन्हें प्रशिक्षण दिया गया। चालकों के लिए निःशुल्क नेत्र परीक्षण शिविर आज के कार्यक्रम में वाहन चालकों के नेत्र परीक्षण शिविर का भी आयोजन किया गया। जिसमें डॉक्टर्स के द्वारा स्कूल बस के ड्राइवर के नेत्र परीक्षण किया गया। साथ ही उनके शुगर एवं ब्लड प्रेशर की भी जांच की गई साथ में आवश्यक चिकित्सीय परामर्श दिए गए।