बिना कोचिंग के तीसरी बार में IAS बनी सतना की स्वाति शर्मा

आज यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 का अंतिम परिणाम घोषित हुआ है। इसमें पटना की इशिता किशोर ने देश में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है। साथ ही, विंध्य की बेटी स्वाति शर्मा ने मध्य प्रदेश में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। उनका रैंक देशभर में 15वां है। स्वाति शर्मा सतना जिले के मैहर तहसील के भटनवारा गांव की निवासी हैं। उनके पिता धनेंद्र शर्मा ट्रांसपोर्टर हैं। परिवार में उनकी सफलता से बहुत आनंद की लहर है। वह अपनी यूपीएससी की तैयारी के लिए जबलपुर में माता-पिता के साथ रहती थी।

वास्तव में, धनेंद्र शर्मा की बेटी जो मैहर तहसील के भटनवारा गांव में निवास करती हैं, ने चार साल की मेहनत के बाद सफलता हासिल की है। 2019 में वह यूपीएससी परीक्षा में एक नंबर से सिलेक्शन नहीं कर पाई थी, लेकिन कठिनाइयों के बावजूद स्वाति शर्मा ने तीसरी प्रयास में देश में 15वें स्थान को हासिल किया है।

स्वाति शर्मा ने बिना कोचिंग के ही यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की है। वह अपनी माता-पिता और दादी के साथ जबलपुर में रहकर तैयारी कर रही थी। स्वाति ने भोपाल के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और उनका यूपीएससी में चयनित वैकल्पिक विषय सोशियोलॉजी था।

स्वाति शर्मा के पिता धनेंद्र शर्मा मैहर में ट्रांसपोर्ट व्यापार करते थे, जबकि उनकी माता ममता शर्मा हमेशा बेटी को प्रोत्साहित करती रहीं। बचपन से ही स्वाति जबलपुर आकर पढ़ाई करने आई थी और वह अपनी माँ और दादी के साथ पढ़ाई कर रही थी। आज उनकी बेटी ने इतना ऊँचा मुकाम हासिल किया है कि उन्हें देश में यूपीएससी परीक्षा के परिणाम में 15वां स्थान मिला है।